बाबा हमको राह दिखाना रस्ते में हम खो गए
रोशनी जब थी दिन में हम, सफ़र किये बिना सो गए
यौवन पर्व में तुझे छोड़कर धन की राह में चले चले
मरण के पश्चात साथ न देगा, वह ज्ञान हमको अभी मिले
बाबा हमको राह दिखाना रस्ते में हम खो गए
रोशनी जब थी दिन में हम, सफ़र किये बिना सो गए
वासना की कुएं में हम तो मेंढक बनकर जिए रहे
वृद्ध काल जब आया उसका विष को हम रोज़ पिए रहे
बाबा हमको राह दिखाना रस्ते में हम खो गए
रोशनी जब थी दिन में हम, सफ़र किये बिना सो गए
सगे सम्बंधी मित्र जनों के मेले में हम खो गए
सबका साथ छूटा जब तो, आज अकेले हो गए
बाबा हमको राह दिखाना रस्ते में हम खो गए
रोशनी जब थी दिन में हम, सफ़र किये बिना सो गए
इसको पढने वाले मित्रों इक बात को तुम जान लो
ज़िन्दगी का दिन ढलने से पहले साई को मान लो
मेरे जैसे अंत में जाकर रोने से क्या फायदा
बाबा ही है धर्म ईमान बाबा ही है तेरा खुदा
बाबा हमको राह दिखाना रस्ते में हम खो गए
रोशनी जब थी दिन में हम, सफ़र किये बिना सो गए
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